“उच्च भाव में फसल खरीदेंगे” का लालच देकर किसानों से करोड़ों ऐंठे — नागदा-खाचरौद में 3 आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन। जिले के नागदा और खाचरौद क्षेत्र में किसानों को ऊंचे दाम पर फसल खरीदने का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 61 किसानों से करीब 5 करोड़ रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने किसानों से सोयाबीन, चना और गेहूं जैसी फसलें ऊंचे दाम पर खरीदने का वादा किया था, लेकिन बाद में भुगतान नहीं किया।

किसानों से ली उपज, पैसे नहीं दिए

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने किसानों से उनकी फसलें खरीदकर बाजार में बेच दीं, लेकिन किसानों को उसकी राशि का भुगतान नहीं किया। ठगी का शिकार हुए किसान गुरुवार रात पूर्व जनपद सदस्य जीवनसिंह डोडिया के साथ थाने पहुंचे और कुल 4 करोड़ 37 लाख 32 हजार 992 रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया।

तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

एएसपी अभिषेक रंजन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में —

  1. सौरभ मोदी निवासी श्रीराम कॉलोनी, नागदा

  2. राजेश संगीतला निवासी बनवाड़ा

  3. छब्बू उर्फ पुखराज गुर्जर निवासी नागदा
    शामिल हैं। इन तीनों ने मिलकर किसानों को ऊंचे दाम का लालच देकर उपज खरीद ली थी और बाद में गायब हो गए।

कार, प्लॉट और पिकअप वाहन जब्त

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 481/2025, 318(4), 316(2), 316(5), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। जांच के दौरान उनके कब्जे से करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त की गई है, जिसमें दो प्लॉट, एक कार और एक पिकअप वाहन शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के बैंक खातों और अन्य संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।

किसानों ने की सख्त कार्रवाई की मांग

ठगी का शिकार हुए किसानों ने मांग की है कि आरोपियों से उनकी पूरी राशि वसूल की जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए। किसानों का कहना है कि उनकी सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया गया है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जांच जारी है और आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य सहयोगियों की भूमिका भी सामने लाई जाएगी।

जिन किसानों से हुई ठगी, उनकी सूची लंबी

यह ठगी नागदा, खाचरौद और जावरा क्षेत्र के 61 किसानों से की गई। इनमें प्रमुख रूप से —

  • जीवनसिंह डोडिया (नागदा): ₹38.62 लाख

  • दिलीप पिता कन्हैयालाल (सेदरी): ₹5.18 लाख

  • रामनिवास पिता कन्हैयालाल (सेदरी): ₹2.92 लाख

  • कन्हैयालाल पिता नानुराम (सेदरी): ₹4.60 लाख

  • ओमप्रकाश पिता मांगीलाल (सेदरी): ₹16.68 लाख

  • बंकट पिता भागीरथ (चापाखेड़ा): ₹8 लाख

  • इसके अलावा कई अन्य किसानों से भी लाखों रुपए की ठगी की गई।

किसानों को ऊंचे दाम का लालच देकर फंसाया

पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने किसानों से कहा था कि वे उनकी उपज बाजार भाव से अधिक कीमत पर खरीदेंगे, जिससे किसान उनके झांसे में आ गए। कुछ किसानों को पहले छोटे भुगतान करके भरोसा दिलाया गया, ताकि बाकी लोग भी उनसे फसल बेचें। लेकिन जैसे-जैसे किसानों ने बड़ी मात्रा में फसलें दीं, आरोपियों ने भुगतान करना बंद कर दिया और संपर्क से बचने लगे।

पुलिस अब करेगी आर्थिक जांच

पुलिस अब आरोपियों की आर्थिक गतिविधियों और बैंक ट्रांजेक्शनों की जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल थे। फिलहाल तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और आगे की जांच जारी है।

यह मामला उज्जैन जिले में किसानों के साथ हुई अब तक की सबसे बड़ी ठगी में से एक माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि किसानों की मेहनत की एक-एक पाई वसूलने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, प्रशासन ने किसानों को सतर्क रहने और किसी भी अज्ञात व्यापारी से फसल का सौदा करने से पहले उसकी साख और अनुमति की जांच करने की सलाह दी है।

Leave a Comment